हम जीते तो है, लेकिन किसलिए और क्यों इसके बारे में सोचते तक नहीं । कोई पूछे तो हम चौक कर सोचने जरूर लगते है। लेकिन बहुत सारे ऐसे भी लोग है। जो अपने आस पास के लोगो की समस्याओं से जुड़ते है और सुकून पाते है। यदि तुम सुखी होना चाहते हो तो सबसे पहले अपने आस पास के उनलोगो को देखो जो दुखी है, असांत है परेशान है। उनके पास जाओ और
Friday 28 July 2017
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हमे हर दिन चिंतन करने की आदत डालनी चाहिए । अच्छी बातो को सुनने समझने गुनने से मानसिक शारीरिक आद्यात्मिक शक्ति बढ़ती है। मन मस्तिष्क मजबूत ब...
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