समस्याओं को बड़ा चढ़ा कर देखना हमारी आदत होती है। समस्या एक पिचके गुब्बारे की तरह है। आप हवा भरेंगे तभी वह बड़ी होगी इससे बचना है तो खुद को बिल्कुल सामान्य रखना होगा। समस्याओं से खुद को अलग कर देखना होगा। जियो, नाचो, खाओ,सोओ । काम जितना हो सके समग्रता से करो और हमेशा इस बात का ख्याल रखो । की जब भी तुम देखो खुद को कोई समस्या निर्मित करते हुए ,उससे बाहर निकल जाओ।
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