Friday 25 August 2017

संयम है समाधान

हर व्यक्ति समस्याग्रस्त है। कुछ समस्याऐ बाहर की है और कुछ भीतर की। समाधान सभी चाहते है। यह शरीर एक नौका है। ये डूबने भी लगता है और तैरने भी लगता है,क्योकि हमारे कर्म सभी तरह के होने से यह स्थिति बनती है।इसलिए बार बार अच्छे कर्म करने की प्रेरणा दी जाती है।हमे यह समझ लेना चाहिए की जिस प्रकार एक डाल पर बैठा व्यक्ति उसी डाल की काटता है तो उसका नीचे गिर जाना अवश्य भावी है, उसी प्रकार गलत काम करने वाला व्यक्ति गलत फल पाता है।

मेरा दृढ़ विश्वास है की आज जो बड़े कहलाने वाले लोग उनकी जीवन शैली संयम प्रधान हो जाये तो हिन्दुस्तान का कायाकल्प हो सकता है। सामाजिक परिवर्तन का एक अच्छा रास्ता यह है की बड़े कहे जाने वाले लोग अपनी जीवन शैली को संयम प्रधान बनाये। बड़े लोगो में बड़े व्यापारी उद्योगपति , सांसद, विधायक, मंत्री और सामाजिक नेता यह सभी आ जाते है।अगर इन लोगो के जीवन में संयम आ जाये तो नीचे तबके के लोग स्वयं प्रेरित होंगे। जिनके पास जरुरत भर के 

No comments:

Post a Comment