Monday 7 August 2017

जीवन में सफल होने के 28 मंत्र

1 किसी को कोई वस्तु बहुत ही सोच समझकर देनी चाहिए चाहे वह कोई भी चीज हो। 2 कोई भी निर्णय लेने से पहले कई लोगो से राय लेनी चाहिए और फिर कोई कदम उठाना चाहिए। 3 छोटी से छोटी बात पर गंभीरता से विचार करने के बाद ही निर्णय ले। 4 सदैव सच बोले और कुछ भी कहने से पहले उसे दो तीन बार समझे फिर बोले। 5 जीवन में बहुत से मोड़ आते है और उसे संभलकर मुड़े। 6 present टाइम में भ्रष्टाचार,चोरी आदि कई अपराध बढ़ रहे है जरा संभलकर अनजान व्यक्ति को बिना समझे कोई महत्वपूर्ण या पारिवारिक बातो का उल्लेख न करे। 7 कई समस्याएं हमारे जीवन में ऐसे मोड़ ला देती है तब हमे निर्णय करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। 8 कोई कार्य करने से पहले लोगो से राय लेनी चाहिए तब कार्य करे। 9 जीवन में जितना हो सके उतना ही कम और उचित बातें करे चाहे वह कोई भी हो। 10 जल्दबाजी में या अचानक किसी से कोई कार्य करने को न कहे। 11 जीवन में किसी से प्रतिस्पर्धा नहीं रखनी चाहिए। 12 संसार में बहुत से मनोरंजक वस्तुएं है जिनकी तरफ ध्यान नहीं देना चाहिए। 13 किसी को कुछ भी देने से पहले कोई सबूत या गवाह होना चाहिए। 14 जीवन में ऐसे कार्य करने चाहिए जिनके लिए पछतावा न हो। 15 गलत कार्यो से सदा दूर रहना चाहिए। 16 हर समय चिंतन नहीं करना चाहिए कुछ समय अकेले में किये हुए कार्यो पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। 17 मन को सदैव शांत करने का प्रयास करो। 18 ऊँची आवाज में किसी से बात नहीं करनी चाहिये और अधिक बोलना भी नहीं चाहिए । 19 किसी के विषय में गलत न बोले सोच समझकर उसके विषय में बोले। 20 बिना मेहनत के सफलता को पाने की कोशिश न करे। 21 अग्रिम कार्य करने से पहले स्वयं में सोच समझकर कार्य करे वरन् कई समस्याऐ और पछतावा के सिवा कुछ नहीं मिलेगा। 22मनुष्य अपने तरीके से जिंदगी जीना चाहता है इसलिए किसी के तौर तरीको से नाराज नहीं होना चाहिए न ही उससे। 23 कुछ भी पॉजिटिव करने के लिए अपने अंदर विश्वास जगाना होगा। अगर आप ज्यादा positive रहते है तो परफॉर्म भी ज्यादा बेहतर करेगे। 24 सफलता प्राप्त करने में विपरीत result भी आ सकते है हमेशा दिमाग में रखना चाहिए की मैं गलत हो सकता हूँ यह बहुत बड़ा गुण है। 25 सबके साथ अच्छे संबध रखो। 26 असफलता को भी एन्जॉय करो । कभी कभी बहुत difficult परिश्रम के बाद भी असफलता ही मिलती है इसके पीछे एकमात्र कारण परिस्थियां होती है। 27 difficult परिश्रम और अनुशासन सफलता की कुंजी है। 28 जो मनुष्य स्वयं को समय के अनुसार नहीं परिवर्तित करता है वह मनुष्य नहीं जानवर के सामान है । 

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